
योगेश शर्मा नाम ही काफी है सत्यमेव जयते
*अवैध वसूली के लिए हो रही परिवहन विभाग में चोरी छुपे सिपाहियों की पोस्टिंग*
ग्वालियर। *पैसा खुदा तो नही पर खुदा से कम भी नही..* जशपुर छत्तीसगढ़ के राजा जूदेव सिंह के एक स्टिंग ऑपरेशन में कहे ये वाक्य शायद मध्य्प्रदेश के परिवहन मंत्री व उनके संतरियों ने ज्यादा ही सीरियसली ले लिया है तभी पैसा कमाने के लिए वो किसी भी हद तक गिरने को तैयार है एक ईमानदार आईपीएस अधिकारी को ठिकाने लगाने के बाद एक बार फिर से अवैध वसूली का खेल परिवहन विभाग में शुरू हो गया है और इस खेल में मंत्री परिवहन व परिवहन आयुक्त मुख्य भूमिका में है साथ ही मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र की भूमिका में है अब यह जानकर है ? या मुख्यमंत्री को परिवहन मंत्री और परिवहन आयुक्त धृतराष्ट्र बना रहे है । खैर यह विषय खबर में हम नही उठा रहे कि कौन किसको क्या बना रहा है हम तो उस मुद्दे को आम जनता के सामने लाना चाहते है जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने परिवहन की चेकपोस्टों को बंद कर नई नीति लागू करने का दावा किया था जिसकी सहराना खुलासा डॉट कॉम ने कई बार की पर लगता है कि पैसे की चकाचौन्ध में नई नीति चौन्धिया गई और परिवहन सिंडिकेट के आगे घुटने टेक गई ट्रक चालकों को अवैध उगाही से बचाने के लिए किये मुख्यमंत्री के वादे को भी इस परिवहन मंत्री और परिवहन आयुक्त की कुटिल जोड़ी ने किनारे कर दिया एक वार फिर सिंडिकेट लॉबी परिवहन विभाग पर हावी है और ट्रक चालक बेचारे लुटे जा रहे हैं सिंडिकेट से हाथ मिलाने वाले मजे में है तो ईमानदारी से काम करने वाले फिर हासिये पर।
*मलाईदार पोस्टों पर सिपाहियों की पोस्टिंग बढाई*
हाल ही में कुछ दिन पूर्व एक खबर सुर्खियों में थी 5-5 लाख लेकर पोस्टिंग । अब लगता है उसका असर दिखने लगा है जिन पोस्टों पर जाने के लिए पैसे दिए गए थे उन पोस्टों पर सिपाहियों की तैनाती तेजी से चोरी छुपे बड़ाई जा रही है । जिसके आदेश की प्रति तो कँही नज़र नही आ रही पर सिपाही खुद के आदेश की कॉपी लेकर पोस्ट पर जरूर पँहुच रहे है सिंडिकेट द्वारा ठेके पर लिए गए पोस्टों पर सिपाहियों की तादाद बढ़ा दी गई है और वसुली 24 घंटे चालू हो गई है इसमें भी सेंधवा सिकंदरा जैसे मलाईदार पोस्ट है सिंडिकेट द्वारा ठेके पर ली गई पोस्टों पर दुवारा से अवैध वसूली वाहन चालकों से शुरू हो गई है और इसकी पहली कड़ी में वो ट्रांसपोर्टर है जो ट्रांसपोर्ट यूनियन के नेता बने हुए है उन्होंने गाड़ियों के हिसाब से महीना तय कर लिया है जिसकी खबर भी हम जल्द ही प्रकाशित करेंगे सबूत सहित और रहे सहे छोटे ट्ररांस्पोर्टरों को आयुक्त गुप्ता के सिपाही मारपीट कर वशूली कर रहे है जिसके के कई वीडियो वायरल हैं अब प्रश्न यह उठता है कि जब परिवाहन मंत्री को वाहन चालकों को ऐसे ही पिटवाना था तो क्यों गुजरात मॉडल का राग अलाप कर नौटंकी करी । यह ट्रक चालक तो पुरानी नीति में भी पिट रहे थे और नई नीति में भी पिट रहे है या फिर यह नीति मलाई बटोरने के लिए बनाई थी मुझे तो यह लगता है कि गुजरात मॉडल केवल पत्रकारों को ठिकाने लगाने के लिए था खैर हमे क्या जब मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री ने जनहित में वादा किया तो हम उनके समर्थन में खड़े थे और अब यदि आम जन को इनके फैसलों से तकलीफ़ ही रही है तो हम इनकी अलोचनसे भी नही चकेंगे सिंडिकेट के तलवे जिसे चाटने है वो चाटे हम तो खुलकर लिखेंगे।
परिवहन सिन्डीकेड की काली कमाइ 1 करोड की कार चलाने बाला आरटीआइ और इंदौर में कई मैरिज गार्डनों बाला मालिक आरटीआइ तीसरा 500 करोड कमाने बाला सिपाही….
सूत्र हमारे इतने मजबूत है की बाल की खाल खींचना हमें आत है इस परिवहन विभाग में एसे एसे काले चोर पदस्थ है जिनकों काली कमाई करने का जुनून इस हद तक है की वे अपने घरों की लुगाइयों को नौकरों के हवाले तक छोड आते है और कइ तथाकथित महिला टीएसआइओं के साथ मिलकर चमडी और दमडी की बढ़ी नौकायें चलाने में मस्त है और हो भी क्यो नही परीवहन विभाग का काला पैसा बोलता है भाइ चाहे चैकपोस्ट बंद हो या चालू इन सिंडीकेट चोरो के लिय मप्र सरकार में बैठे बढे चोर इनकी अवैध उगाही के रास्ते आखिर खोल देते है और आज परिवहन विभाग में मलाइ दार चैक पोस्टो पर दिन रात अवैध वसूली कर रहे है
