योगेश शर्मा नाम ही काफी है सत्यमेव जयते
*परिवहन सिंडिकेट हुआ सक्रिय पोस्टिंग के नाम पर मांग रहे हैं बड़ी रकम*
ग्वालियर। परिवहन विभाग में भ्र्ष्टाचार इतनी गहरी जड़ें जमा चुका है कि तमाम कड़े प्रयासों के बावजूद इसके भ्र्ष्टाचार को खत्म कर पाना मुश्किल हो रहा है विभाग के आर टी आईयों ने अब एक नया खेल रचना शुरू कर दिया है आजकल कुछ बड़े और रसूखदार आर टी आईयों ने नीचे के अधिकारियों को आयुक्त व अपर आयुक्त के नाम पर फोन लगा कर उनसे पोस्टिंग के नाम पर मोटी रकम की मांग शुरू कर दी है । और साथ ही यह कहना भी चालू कर दिया है कि विभाग पुराने ठर्रे पर ही चलेगा जब इस विषय में वरिष्ठ अधिकारियों से पूँछा गया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नही है यदि किसी के द्वारा इस तरह की हरकतें की जा रही हैं तो उसे संज्ञान में लिया जाएगा और उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग किसी भी कीमत पर अब पुराने ठर्रे पर नही चलेगा यदि कोई वसुली करता या फिर नए नियमों का पालन नही करता है तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी । इसलिए कोई भी व्यक्ति किसी के बहकावे में आकर कोई गलत कदम न उठाये मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री के सीधे निर्देश है की पुरानी नीति को बंद किया जाए और नई नीति को सुचारू और प्रभावी तौर पर लागू किया जाए ।
*छटपटाहट में परिवहन सिंडिकेट फैला रहा है अफवाएँ*
जब से परिवहन सिंडिकेट के लोगों की अवैध वसूली पर रोक लगी है तब से ही सिंडिकेट के सदस्य कोई न कोई तरीका इस वसुली को शुरू करने के लिए खोज रहे है भोपाल में हुई इन सिंडिकेट मेम्बरों की कई मीटिंगे बेनतीजा रही तो उसके बाद इन्होंने एक नया तरीका ईजाद किया है वसुली करने का अब यह टी एस आई व आर टी आइयों के बीच अफवाह फैला रहे हैं कि सब चीजें सेट हो गयी है और चेकपोस्ट चेकपोइंटों के नाम पर फिरसे पुरानी व्यवस्था के तौर पर चलेंगी जोकि सम्भव नही है सिंडिकेट की अहम कड़ी एक रसूखदार आर टी आई जो पूर्व में बड़ी कमाई वाले वैरियरों पर रहा है उसने बाकायदा फोन कर इस तरह की अफवाहें फैलाई है जिसका ज्ञान परिवहन मंत्री और मुख्यमंत्री को भी है जल्द ही इस तरह के लोगों पर कार्यवाही भी देखने को मिल सकती है अतः उन लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है जिन्हें सिंडिकेट मोटी कमाई का लालच दिखा कर पोस्टिंग के लिए मोटा माल मांगा जा रहा है कँही पूर्व की भांति फिर एक बार इनकी लुटिया न डूब जाये । अब इन्हें मान लेना चाहिए कि विभाग में अवैध कमाई के रास्ते बंद हो गए है और विभाग अब पुराने तरीके से नही चलेगा ।
*एक गडरिया आरटीआइ कलेक्सन एजेन्ट एंव दूसरा भोपाल कैंप आफिस में पदस्थ आरटीआइ तीसरा सिपाही की भ्रष्ट कहानी कुछ इस प्रकार*
परिवहन विभाग चैकपोस्टों बंद हुये अभी 2 माह ही गुजरे है इससे हजारों लोग जरूर बैरोजगार हुये है लेकिन उन बेरोजगारों ने कही ना कही इमानदारी का रास्ता पकड़ लिया है लेकिन परिवहन विभाग के 3 चोर अभी भी हराम का हलवा खाने को बेताव नजर आ रहे है करोंडों रुपये कमा कर भी इनकी भूक नही मिट रही है आये दिन किसी ना किसी माध्यम से परिवहन चैकपोस्टों को दोबारा शुरू करने की योजना बना रहे है आये दिन इमानदार टीएसआइयों एंव आरटीआइयों से संपर्क कर रहे है और पोस्टिंग एंव रोटेशन के नाम पर लाखों की मांग कर रहे है क्योकी लगता ये है की चैक पोस्टों के बंद होने से इन तीन देशी कुत्तों को कोइ भला आदमी काटने को नही मिल पा रहा है वही सूत्र तो बताते है की परिवहन विभाग का एक आरटीआइ (गडरिया) परिवहन विभाग का
कलेक्सन एजेन्ट माना जाता है जो करोडों अरबों रुपये की अबैध कमाइ को कलेक्ट कर ऊपर से नीचे तक बैठे भ्रष्ट भिकारियों तक लिफाफे और सूटकेस पहुंचाने का कार्य करता था वही दूसरे की बात करें तो यह भी एक आरटीआइ है जो भोपाल में अपने बुरे कुकर्मों की बदोलत भोपाल कैंप आफिस में पदस्थ है जिसके बारे में सूत्र बताते है की इस आरटीआइ के ऊपर किसी भोपाल बाले श्रीवास्तव का हाथ पैर और ना जाने क्या क्या माना जादा है समझदार के लिये इशारा काफी है और इस कैंप आफिस बाले आरटीआइ के पास मप्र के बढे बैरियर सेंधबा एंव मोतीनाला कैहमा एंव मोरबा सिंगरोली जैसे बडे बैरियरों का भ्रष्ट गोबर खाने का सौकीन माना जाता है और इन सभी बैरियरों पर ये कुछ टीएसआइ एंव प्राइवेट लोगों को (डमी) बना कर ट्रक
चालकों से अबैध उगाही का कार्य कराता था वही सूत्र तो बताते है की ये भ्रष्ट सिन्डीकेड बाला आरटीआइ चमडे के जहाजों पर सबारी करने का भी सौंख रखता है और 1-2 महिला टीएसआइ पर इसकी बहुत जादा क्रपा बनी रहती है जिन्हे वह पसंददीता बैरियर पर डमी बनाकर बसूली भी कराता है और चमडें के जहाजो की सबारी भी करता है ऐसा हम नही कह रहे ऐसा सूत्र बता रहे है अगर विश्वास ना हो तो इस आरटीआइ की काल डीटेल निकलबाली जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी निकल जायेगा। वही तीसरा खिलाडी परिवहन विभाग का एक आरझक था वो भी बढे बैरियरों को ठेके पर लेने बाला बढा खिलाडी माना जाता है बता दे की नई सरकार आने के बाद इस सिपाही ने भोपाल कैंप आफिस में पदस्थ आरटीआइ से कुछ बैरियर ऊपर बैठे बढे भ्रष्ट चोरो से और अधिक मोटा माल लेकर बैतुल एंव खबासा बैरियर अपने नाम कर लिये और साथ ही खडइ परोढा मालथोन चिरूला जैसे बैरियर भी एक सिपाही ने अपने नाम कर लिये और आज इन्ही के कुकर्मों की सजा पूरा परिवहन विभाग झेल रहा है और इन बैरियरों से करोडो की अबैध बसूली कलेक्सन एजेन्ट एक गडरिया आरटीआइ करता है जो की दिनांक 25 से लेकर 30 तक भोपाल में ही कलेक्सन की हुई पंजीरी का काला खेल करता है जिसका सबसे बढा सबूत इनकी काल डीटेल में सामने आ जायेगा और वही इन तीनो भ्रष्टों की काल डीटेल निकाली जाये तो कहानी सबकी समझ आ जायेगी की आखिर कैसे परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और जो इमानदार आरटीआइ एंव टीएसआइ अपना काम इमानदारी से अगर करना भी चाहते है तो उन्हे ये परिवहन सिन्डीकेट करने नही देता इस और माननीय मुख्यमंत्री जी ध्यान देना जरूरी है
