
योगेश शर्मा सत्यमेव जयते।
*आयुक्त परिवहन विवेक शर्मा के प्रयास रंग लाया ग्वालियर व्यापार मेले में मिली पचास प्रतिशत की कर में छूट*
ग्वालियर । परिवहन विभाग में सिपाही सौरभ शर्मा मामले के बाद से ही बड़ी उथल पुथल मची हुई थी जिसका असर ग्वालियर के ऐतिहासिक व्यापार पर भी पड़ रहा था परिवहन विभाग द्वारा ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन पंजीयन पर पचास प्रतिशत की छूट दी जाती है जिसका सीधा लाभ आम जनता को जाता है तथा वाहन कंपनियों की भी रिकॉर्ड बिक्री होती है ग्वालियर व्यापार मेले को सफल बनाने में ऑटोमोबाइल सेक्टर का अहम योगदान रहता है इसबार जब परिवहन विभाग लोकायुक्त व ईडी के घेरे में था तभी मेला लगने का भी समय आ गया इसी बीच पूर्व आयुक्त डी पी गुप्ता की सन्देह के चलते परिवहन विभाग से छुट्टी हो गई जिसके चलते मेले की छूट पर भी अव्यवस्था की तलबार लटकने लगी थी जब पूरे ग्वालियर अंचल में इस छूट को लेकर बाते होने लगी और मेले की छूट ठंडे बस्ते में जाती दिखने लगी तभी नवांगतुक परिवहन विभाग के आयुक्त विवेक शर्मा को विभाग की बाग डोर मिली और आयुक्त विवेक शर्मा ने भी ग्वालियर व्यापार मेले की भव्यता को देखते हुए और मेले में परिवहन विभाग की छूट को लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए इसे प्राथमिकता पर रखा यह उन्ही के अथक प्रयासों का ही फल है कि इतने कम समय मे उन्होंने सभी वैधानिक प्रक्रियाओं को पूरा कर पचास प्रतिशत केई छूट दिलाई और ग्वालियर के व्यापार मेले की भव्यता और वैभव को बरकरार रखा ।
*नवागत परिवहन आयुक्त की अच्छी। कार्यशैली के चलते विभाग को मिलेंगे। नये आयाम आएगी पारदर्शिता।*
जी हाँ इस बात में बिल्कुल सत्यता है क्योंकि परिवहन विभाग मैं इन। दिनों सौरभ शर्मा मामले में। हाहाकार मचा हुआ है विभाग में। कई भ्रष्ट अधिकारी एवं कर्मचारी।
इन दिनों अपनी भ्रष्ट कथनीकर्णी एवं अवैध संपत्ति। बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ लगा रहे हैं। वहीं जब स्थिति में प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने परिवहन विभाग की बागडोर एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में सौंपी जिनका नाम। विवेक शर्मा हैं विवेक शर्मा जैसा नाम है वैसा ही उनका काम है अर्थात हम कह सकते हैं कि विवेक शर्मा जैसे ईमानदार आईपीएस अधिकारी लाखों में से एक होते विवेक शर्मा के कार्यकाल की बात की जाए। तो वे मध्यप्रदेश की मिनी बॉम्बे कही जाने वाली सिटी इंदौर में। पूर्व में आईजी के पद पर कार्य कर चुके हैं और इंदौर जैसे बड़े शहरों में आईपीएस विवेक शर्मा ने बहुत ही शानदार तरीके से पुलिशिंग संभाली थी।
वही। जब इस दौर में परिवहन विभाग में माहौल गर्म चल रहा है तो कहीं न कहीं परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा के आने से विभाग में भ्रष्टाचार तो खत्म होगा ही साथ ही पारदर्शिता भी जरूर आएगी। इसका उदाहरण ग्वालियर व्यापार मेले मैं वाहनों की खरीदी पर। आरटीओ। 50% छूट।
मिलते ही। देखा जा सकता है विवेक शर्मा जैसे होनहार अधिकारी।
परिवहन विभाग में आने से कई चीज़ें 100% सुधर सकती है।
