
योगेश शर्मा नाम ही काफी है सत्यमेव जयते
झेत्र में सट्टा रोकने गये इमानदार एसआई को थाना प्रभारी के सडयंत्र ने कराया निलंबित थाना प्रभारी लेता है सटोरियों से मोटा माल……
अक्सर आपने सुना होगा की पुलिस हमेशा समाज की नजर में चोरों से लाख गुना बुरी दिखाई देती है समाज में रह रहे लोग पुलिस को सबसे बढा भ्रष्ट मानती है जिसके चलते अक्सर इमानदार पुलिस कर्मी भी गेंहू के साथ घुन के माफिक पिस जादा है और वास्तविकता में मलाई ऊंची कुर्सी पर बैठे अधिकारी खाते है……. एसा ही एक वाक्या हुआ शहर के एक मलाईदार थाने का जहां एक इमानदार सब इन्सपेक्टर अतर सिंह कुशबाह को झेत्र में चल रहे सट्टे को बंद कराना महंगा पड गया और उस एसआई को बली का बकरा बना कर थाना प्रभारी इंदरगंज ने निलंबित करा दिया मामला इंदरगंज थाना झेत्र का जहां राम कुई अखाडे पर शहर का सबसे बढा सट्टे और जुअे का अड्डा है जहां प्रतिदिन लाखों पर जुआ सट्टा चलाया जाता है और इस सट्टे का आधा हिस्सा इंदरगंज थाना प्रभारी कुशबाह के पास आरझक पुस्पेन्द्र लोधी एंव नीरज के माध्यम से आता है और इस पूरे थाने झेत्र की अबैध उगाई भी इन दोनो के माध्यम से टीआइ के पास आती है जिससे टीआइ इंदरगंज नोटो का ढेर लगाने में दिन और रात लगा हुआ है ………
जुआ सट्टा रोकना एंव इमानदारी से ड्यूटी कराना थाना प्रभारी इंदरगंज को बिल्कुल पसंद नही…..
जी हां इस बात में कोइ दो राय नही है क्योकी आज थाना इंदरगंज में जो घटना हुइ इस बात का सबसे बढा उदाहरण है वहीं हमारे सूत्र बताते है की इस घटना में इंदरगंज थाने में पदस्थ इमानदार एसआई अतर सिंह कुशवाह पिछले कई दिनों से झेत्र के राम कुई अखाडे पर नजर बनाये हुये थे जहां पर जुआ और सट्टा चलता था जिसको बंद कराने के लिये एसआई अतर सिंह ने पूरी योजना बना ली थी और जल्द उस चल रहे सट्टे पर दबिस देने बाले थे लेकिन यह बात शायद थाना प्रभारी को बबूल के कांटे की तरह चुभ गइ और टीआइ ने अपने गुलाम आरझक लोधी और नीरज को एसआई अतर सिंह से लडाने की योजना बना दी जिसके बाद दोनो ही भ्रष्ट आरझको ने एसआइ को थाने के बाहर रोक कर अपशब्द बोलना शुरू कर दिया जिसके बाद बहस बढ गई और टीआइ के किसी गुलाम चेले नें इसे अपने मोबाइल में रिकार्ड कर दिया और टीआइ तक पहुंचा दिया जिसके बाद टीआइ की खुशी का ठिकाना ना रहा और तत्काल नवागत एसपी महोदय को टीआइ ने इस बीडीओ को दिखा दिया जिसके बाद उस इमानदार एसआई को बली का बकरा बना कर निलंबित करा दिया और टीआइ इंदरगंज की मंशा पूरी हो गइ और यही कारण है की आज इस समाज में पुलिस इशिलिये बदनाम है क्योकी जब ऐसे भ्रष्ट पुलिस बाले थाने में बैठ कर सिर्फ इधर उधर की मलाई खाकर अपना पेट मोटा कर स्वंम में वीपी और सुगर जैसी बीमारियों को न्योता देने में कोइ कसर नही छोड रहे वही आखिर में हम यही कहेंगे ये वही थाना प्रभारी है जिसनें गुरूद्वारा के पीछे स्तिथ फास्ट फूड की दुकान संचालक पर अपनी बर्दी का रोब दिखायां था और खूब बीडीओं बायरल हुये थे अब सवाल यह खडा होता है की क्या इंदरगंज थाना झेत्र रामकुइ अखाडे पर सट्टा बंद हो जायेगा या फिर यह 50-50 का खेल चलता रहेगा
