योगेश शर्मा नाम ही काफी है (सत्यमेव जयते)

*खबरनवीसों के खुलासों ने बढ़ाई ब्लैकमेलर दल्ले पत्रकारों की चिन्ता*
जो खबरनवीस लोगों के खुलासे करने से नही घबराते वो आजकल परिवहन विभाग के खिलाफ खबर लिखने से घबराह रहे है आमतौर पर आरोप गढ़ कर भाग जाने वाले ये लोग आजकल अपनी ही लिखी खबर पर हो रहे वार से चिंतित है जिसको वो किसी भी हालात में रोकना चाहते है जिसके लिए प्रयास ग्वालियर शिवपुरी और भोपाल तक से किये जा रहे है और आखिर हो भी क्यों ना ,क्योंकि विभाग से मिलने वाली रेवड़ियाँ जो खतरे में हैं अब यदि कोई इनका ही खुलासा कर इनकी संम्पति और आय पर ऊँगली उठाने लग जाये तो फिर करे भी क्या और तो और इतने संगीन आरोप की जिस पर लग जाएं उसकी रूह भी तार तार हो जाये । शायद यही कारण है कि अब लिखने में हाथ साथ नही दे रहा और दिमाग चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है की कुछ लिखना मत नही तो सामने से कोई और ज्यादा लिखेगा । पत्रकारिता के चोला के अंदर बैठा ब्लैकमेलर लगता है खुलासों से डर गया कि कँही मेरी ही पोल न खुल जाए कोई मेरी खरीदी लाखों की गाड़ी के बारे में नही लिख दे कोई मेरी बड़ी बड़ी टाउनशिपों वाले घर का पता नही लिख दे और तो और कोई विभाग से मिलने वाले मोटे माल का काला चिठ्ठा न लिख दे खैर हमे क्या हम तो इस मोटे माल की पढ़ पढ़ कर ही सुन हो गए है कि भाई खबरनवीस को पास भी इतना मोटा माल है जो उन्हें खुद कमाया है या फिर कहे कि ……………छोड़ो रहन दो हमारा मुँह मत गन्दा कराओ ।
*कुछ कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों व T.S .I के चलते सिंडिकेट की मुहिम पर फिरा पानी*
जिन आर टी आई व कटरों ने परिवहन विभाग को अपनी बाप की जागीर समझ लिया था उन्हें मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री के सख्त रवैये के चलते बैकफुट पर आना पड़ रहा है जो ये कह रहे थे कि नई व्यवस्था के चलते वो काम नही कर पाएंगे अब उन में फुट पड़ने लगी है और धीरे धीरे वे भी नई व्यवस्था में सहयोग करने लगे है सच ही कहा गया है की सद नियत से किया काम हर बाधा को पार कर अपने उद्देश्य को जरूर प्राप्त करता है सूत्रों की माने तो अब जल्द ही परिवहन विभाग फिर से पूरी मुस्तैदी के साथ काम करने के लिए तैयार हो गया है जिसका असर कुछ हफ्तों में दिखाई भी देने लगेगा । कांग्रेस कार्यकाल में विभाग को मनमाने तरीके से चलने के लिए कुख्यात दबंग आर टी आईयों और चेकपोस्टों को ठेके पर लेने वाले ठेकेदार को भी दरकिनार कर दिया गया है ।
- *पत्रकार योगेश शर्मा की 4 खबरों में ही सिलेन्डर होने लगे दल्ले ब्लैकमेलर पत्रकार*
जी हां इस बात को पड़कर शायद आपको हसी आ जाये लेकिन कहीं ना कहीं इस बात में सत्यता तो है आपको बता दे की ग्वालियर शहर के चिन्दी चोर ब्लैकमैलर चमडे के जहाज चलाने बाले तथाकथित पत्रकार जो आये दिन अपने टुच्चे से एक पेज के पीडीएफ बाले अखबार में परिवहन विभाग के इमानदार वरिष्ट अधिकारी एंव कुछ इमानदार आरटीआइओं के बारे में विना किसी सबूत में उनके खिलाफ फर्जी खबरे लगा रहे थे और उन्हे ब्लैकमैल कर उन पर बंद हुये बैरियरों से महिने की भीक मांग रहे थे ऐसे दल्लें ब्लैकमेलर पत्रकार आज कल घरेलू लाल सिलेन्डर के माफिक अपने घरों के बिल में जाके छुप गये है और इसका मुख्य कारण है की ग्वालियर शहर के ही एक दबंग पत्रकार योगेश शर्मा ने एक मुहीम चालू कर दी है इस मुहीम में ब्लैकमेलर एंव दल्ले तथाकथित पत्रकारों फर्जी पत्रकारों का खुलकर विरोध किया जा रहा है और इनको इनकी ओकाद दिखाने का कार्य किया जा रहा है क्योकी ये दल्ले ब्लैकमेलर पत्रकार परिवहन बैरियरों से हर माह इमानदार आरटीआइयों को ब्लैकमैल कर लाखों रुपये की उगाही करते थे और जो आरटीआइ इनकी शक्ल देखना भी पसंद नही करता ये उनकी झूटी खबरे छापते फिरते है इसी बात को ध्यान में रखकर पत्रकार योगेश शर्मा ने इन फर्जी ब्लैकमेलर पत्रकारों की कलई खोलना शुरू कर दी और जल्द ही इन ब्लैकमेलर पत्रकारों की अबैध संपती । किस बैरियर से कितना माल इनके अखबारों की नियमियता अखबार कहां प्रिंट होता है एंव और तो और इनके चमडे के जहाजों के धंधे उजागर होने बाले है
